शब्द का अर्थ
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					स्वच्छंद					 :
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					वि० [सं०] [भाव.स्वच्छंदता] १. इच्छा मौज या रुचि के अनुसार अथवा सनक में आकर काम करनेवाला। २. किसी प्रकार के अंकुश,नियंत्रण या मर्यादा का ध्यान न रखते हुए मनमाने ढंग से आचरण या व्यवहार करनेवाला। ३. नैतिक और सामाजिक दृष्टि से अनुचित तथा निंदनीय आचरण या व्यवहार करनेवाला। भ्रष्ट चरित्रवाला। (वाँन्टन)। ४. (जीव जंतु या प्राणी) जो बिना किसी प्रकार की अड़चन या बाधा के जहाँ चाहे वहाँ विचरण करता फिरता हो। ५. (पेड़ पौधे या वनस्पति) जो जंगलों और मैदानों में आप से आप उत्पन्न हो। क्रि० वि० बिना किसी भय विचार या संकोच के। पुं० कार्तिकेय या स्कंद का एक नाम।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					स्वच्छंदचारिणी					 :
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					स्त्री० [सं०] १. दुश्चरित्रा स्त्री। पुंश्चली। २. वेश्या। रंडी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					स्वच्छंदचारी (रिन्)					 :
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					वि० [सं०] [स्त्री० स्वच्छंदचारिणी] १. अपनी इच्छा के अनुसार चलनेवाला। स्वेच्छाचारी। मनमौजी। २. मनमाने ढंग पर इधर–उधर घूमता रहनेवाला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |