शब्द का अर्थ
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					स्पर्द्धा					 :
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					स्त्री० [सं०] [भू० कृ० स्पर्द्धित] १. रगड़। संघर्ष। २. प्रतियोगिता आदि में किसी से होनवाली होड़। ३. सामर्थ्य या योग्यता से अधिक कुछ करने या पाने की इच्छा। ४. किसी में कोई अच्छी बात देखकर सद्भावपूर्वक उसके समान होने की कामना। (एम्यूलेखन) साहस। हौसला। ५. ईर्ष्या। डाह। ७. बराबरी। समता।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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