शब्द का अर्थ
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सिख :
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पुं०=सिक्ख। स्त्री० १. शिखा (चोटी)। जैसे नख-सिख। २. सीख। (शिक्षा)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखंड :
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पुं०=शिखंड।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखड़ा :
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पुं० [हिं० सिख] सिख के लिये उपेक्षासूचक शब्द।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखंडी :
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पुं०=शिखंडी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखर :
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पुं०=शिखर।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) वि० चरम। अत्यन्त।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखरन :
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स्त्री०=शिखरन (श्रीखंड)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखलाना :
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सं०=सिखाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखवन :
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स्त्री०=सिखावन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखा :
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स्त्री०=शिखा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखाना :
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स० [हिं० सीखना का प्र० रूप] १. किसी को कोई नया काम, बात या विषय सीखने में प्रवृत्त करना। २. सब प्रकार की संबद्ध बातें बताकर शिक्षित या प्रशिक्षित करना। ३. लाक्षणिक अर्थ में, किसी व्यक्ति को विशेष ढंग से कोई काम करने के लिये अच्छी तरह समझाना-बुझाना। मुहा०—(किसी को) सिकाना-पढ़ाना=किसी से विशेष प्रकार का आचरण कराने के उद्देश्य से उसके मन में कोई बात अच्छी तरह बैठाना। |
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समानार्थी शब्द-
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सिखावन :
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स्त्री० [पुं० हिं० सिखावना=सिखाना] १. सिखाने की क्रिया या भाव। २. सिखाया हुआ काम, बात या विद्या। ३. उपदेश। नसीहत। शिक्षा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखावना :
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सं०=सिखाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखिर :
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पुं० १. =शिखर। २. =शिशिर।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिखी :
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पुं०=शिखी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |