शब्द का अर्थ
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					सकस					 :
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					पुं०=शख्स।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सकसकाना					 :
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					अ० [अनु०] बहुत अधिक डरना या डर कर काँपना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सकसना					 :
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					अ० [सं० शमका, हिं० सकना] १. भयभीत होना। डरना। २. अड़ना। ३.धँसना। उदा०—निकसे सकसिन न बचन भयौ हिचकिनी गहवर भर।—रत्नाकर।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सकसाना					 :
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					स० [अनु०] भयभीत करना। डराना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |