शब्द का अर्थ
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संयोजन :
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पुं० [सं० सम्√युज् (जोड़ना)+ल्युट्-अन्] [वि० संयोगी, संयोजनीय, संयोज्य, संयोजित] १. संयोग करने अर्थात जोड़ने या मिलाने की अवस्था या भाव। युग्मन। (कान्जुरेशन) २. एक साथ किसी दूसरी चीज को संलग्न या सम्मिलित करने की क्रिया या भाव। (अटैचमेंट) ३.दो या अधिक चीजों का आपस में मिलना या मिलाया जाना। (काम्बिनेशन) ४. मैथुन। संभोग। ५. कार्य का आयोजन या व्यवस्था। प्रबंध। ६. संसार के जंजाल में मनुष्य को लगाए रखने वाला भव-बंधन या कारण। (बौद्ध) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संयोजना :
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स्त्री० [सं० संयोजन-टाप्]=संयोजन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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