शब्द का अर्थ
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					शोथ					 :
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					पुं० [सं०√शृ (गत्यादि)+यन्] १. शरीर के किसी अंग का फूलना। सूजन। २. अंग में सूजन होने का रोग। (इन्फ्लेमेशन)।				 | 
			
			
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					शोथक					 :
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					वि० [सं० शोथ+कन्] शोक उत्पन्न करनेवाला। पुं० १. शोथ। सूजन। २. मुरदाशंख।				 | 
			
			
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					शोथघ्नी					 :
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					स्त्री० [सं० शोथ√हन्+टच्,-कुत्व, ङीष्] १. गदहपूरन। पुनर्नवा। २. शालिपर्णी सरिवन।				 | 
			
			
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					शोथजित्					 :
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					पुं० [सं० शोथ√जि+क्विप्—तुक्] १. भिलावाँ। भल्लनातक। २. गदहपूरना।				 | 
			
			
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					शोथारि					 :
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					पुं० [सं० ष० त० स०] पुनर्नवा। गदहपूरना।				 | 
			
			
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