शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					शुषिर					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√शुष् (सखना)+किरच्] १. लौंग। २. अग्नि। आग। ३. भूसा। ४. आकाश। ५. फूँककर बजाया जानेवाला बाजा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					शुषिरा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० शुषिर-टाप्] १. नदी। २. पृथ्वी। ३. नली नामक गन्ध द्रव्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |