शब्द का अर्थ
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					शंब					 :
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					पुं० [सं०√शम्ब् (गति)+अच्] 1,०इंद्र का वज्र। २. दोबारा की गई जोताई। वि० १. भाग्यशाली। २. सुखी। ३. अभागा।				 | 
			
			
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					शंबर					 :
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					पुं० [सं०√शंब्+अरन्] १. जल। २. मेघ। ३. पर्वत। ४.एक प्रकार का हिरन। ५.युद्ध। ६. इंद्रजाल। जादू। ७. अर्जुन वृक्ष। ८. एक राक्षस।				 | 
			
			
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					शंबरारि					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] कामदेव।				 | 
			
			
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					शंबा					 :
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					पुं० [फा० शंबः] शनिवार ।				 | 
			
			
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					शंबु					 :
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					पुं० [सं०शंब+उन्] घोंघा।				 | 
			
			
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					शंबूक					 :
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					पुं० [सं०√शम्बू+कू, शंबू+कन्] १. घोंघा २. शंख। २. हाथी के कुंभ का अंतिम भाग। ४. हाथी का सूँड़ की नोक। ५. त्रेतायुग में रामराज्य का एक शूद्र तपस्वी जिसकी तपस्या से एक ब्राह्मण पुत्र अकाल ही मर गया था। कहते है कि इस पर राम ने इसका वध किया और ब्राह्मण का मृत पुत्र जी उठा था।				 | 
			
			
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					शंबूका					 :
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					स्त्री० [सं० शंबूक+टाप्] सीपी।				 | 
			
			
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