शब्द का अर्थ
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					वैदिक-धर्म					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] आर्यो का वह धर्म जो वेदों के युग में प्रचलित था। (इसमें प्रकृति की उपासना पितरों का पूजन, यज्ञकर्म, तपस्या आदि बातें मुख्य थी, और जादू-टोने या मंत्र-तंत्र का भी कुछ प्रचलन था)।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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