शब्द का अर्थ
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वीरासन :
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पुं० [सं० वीर+आसन्] १. योग साधन में एक विशिष्ट प्रकार का आसन या मुद्रा। २. मध्ययुगीन भारत में राजदरबारों में बैठने का एक विशिष्ट प्रकार का आसन या मुद्रा जिसमें दाहिना घुटना मोड़कर पैर चूतड़ के नीचे रखा जाता था और बायाँ मुड़ा हुआ घुटना सामने खड़े बल में रहता था। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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