शब्द का अर्थ
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वितृष्ण :
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वि० [सं०] [भाव० वितृष्णा] जिसके मन में कुछ भी या कोई तृष्णा न रह गई हो। तृष्णा-रहित। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वितृष्णा :
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स्त्री० [सं० कर्म० स०] [भाव० वितृष्ण] १. मन में किसी बात की तृष्णा न रह जाना। तृष्णा का अभाव। २. बुरी या विकट तृष्णा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |