शब्द का अर्थ
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					लावा					 :
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					पुं० [सं० लाजा] ज्वार, धान, रामदाने आदि को बालू में भूनने पर तैयार होनेवाला वह रूप जिसमें दाने-फूटकर फैल जाते हैं। मुहावरा—(किसी पर) लावा मेलना= (क) किसी को अधिकार या वश में करने के लिए मंत्र पढ़ते हुए उस पर लावा फेंकना। (ख) अधिकार या वश में करना। वि० [हिं० लावना] लगाई-बुझाई करनेवाला। जो पक्षों में झगड़ा खड़ा करनेवाला। पुं० [हिं० लवना] फसल काटनेवाला मजदूर। पुं० =लवा। पुं० [अं० लाबत] राख, पत्थर और धातु आदि मिला हुआ वह द्रव पदार्थ जो प्रायः ज्वालामुखी पर्वतों के मुख से विस्फोट होने पर निकलता है। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					लावा-परछन					 :
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					पुं० [हिं०] एक वैवाहित रीति जिसमें कन्या की झोली अथवा उसके हाथ में पकड़ी हुई डलिया में उसके भाई लावा डालते या छोड़ते हैं। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					लावा-लुतरा					 :
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					वि० [हिं०] इधर की बाते उधर लगाकर लोगों को आपस में लड़ानेवाला।				 | 
			
			
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					लावाणक					 :
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					पुं० [सं०] मगध का निकटवर्ती एक देश।				 | 
			
			
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