शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					ललन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√लल् (चाहना)+ल्युट—अन] १. प्यारा बालक। दुलारा लड़का। २. बालक। लड़का। ३. प्रेमी का प्रेम सूचक सम्बोधन। ४. केलि। क्रीड़ा। ५. साखू का पेड़। साल वृक्ष। ६. चिरौंजी का पेड़। पयार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ललना					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०√लल्+णिच्+ल्यु—अन+टाप्] १. सुन्दर स्त्री०। कामिनी। २. जिह्वा। जीभ। ३. बौद्ध हठ योग में इड़ा नाड़ी का एक नाम। ४. एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में भगण, मगण और दो सगण होते हैं। पुं० ‘ललन’ का संबोधन कारकवाला रूप। हे ललन। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ललना-चक्र					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० उपमित स०] परवर्ती हठ-योगिनी के अनुसार शरीर के अन्दर का एक कमल या चक्र। (अष्ट कमल और षट्-चक्र से भिन्न)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ललना-प्रिय					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कर्म० स०] कदंब (पेड़)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ललनिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० ललना+कन्+टाप्, इत्व] ललना। स्त्री।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ललनी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० नलिनी] १. बाँस की नली या पोर। २. पतली नली।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |