शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					भ्रष्टाचार					 :
				 | 
				
					वि० [सं० भ्रष्ट-आचार, कर्म० स०] जिसका आचार बिगड़ गया हो। पुं० १. दूषित और निन्दनीय आचार-विचार। २. आज-कल वह बहुत बिगड़ी हुई स्थिति जिसमें अधिकारी तथा कर्मचारी विहित कर्तव्यों का पालन निष्ठापूर्वक, भली-भाँति और समय पर नहीं करते बल्कि मनमाने ढंग से, विलंब से, तथा अनुचित रूप से करते हैं। (कोरप्शन)				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |