शब्द का अर्थ
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					भाना					 :
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					अ० [सं० भान=ज्ञान] १. भान या आभास होना। जान पड़ना। मालूम होना। २. रुचिकर प्रतीत होना। अच्छा लगना। पसन्द आना। ३. शोभित जान पड़ना। फबना। सोहना। स० [सं० भा] १. उज्जवल करना। चमकाना। २. दीप्त या प्रकाशमान करना। ३. चारों ओर चक्कर देना। घुमाना। उदा०—चले पिता का चक्र नियम से, बैठ शिला पर तू शम-दम से, उठे एक आकृति क्रम क्रम से, भली भाँति मैं भाऊँ।—मैथिलीशरण गुप्त। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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