शब्द का अर्थ
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					बैज					 :
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					पुं० [अं०] १. चिन्ह। निशान। २. चपरास। ३. संस्था आदि का चिन्ह सूचित करनेवाला पट्टा का कागज अथवा कपड़े का टुकड़ा। बिल्ला।				 | 
			
			
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					बैजई					 :
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					वि० [फा० बैजावी] हलके नीले रंग का। पुं० उक्त प्रकार का अर्थात् हलका नीला रंग।				 | 
			
			
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					बैजनाथ					 :
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					पुं०=बैद्यनाथ।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					बैजला					 :
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					पुं० [देश०] १. उर्द का एक भेद। २. कवड्डी नामक खेल।				 | 
			
			
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					बैजवी					 :
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					वि० [अ० वज़ावी] १. अंडे का। २. अंडाकार।				 | 
			
			
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					बैजा					 :
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					पुं० [अ० बैज़] १. अंडा। २. गलका नामक रोग जिसकी गिनती चेचक या शीतला में होती है।				 | 
			
			
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					बैजावी					 :
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					वि० [अ० बज़ावी] अंडाकार।				 | 
			
			
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					बैजिक					 :
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					वि० [सं० बीज+ठक्—इक] १. बीज-संबंधी २. मूल-संबंधी। ३. पैतृक। पुं० १. अंकुर। २. कारण। ३. आत्मा।				 | 
			
			
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