शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					बिरतिया					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० वृत्ति+इया (प्रत्यय)] १. वह व्यक्ति (विशेषतः नाई या भाट) जो एक पक्ष की ओर से दूसरे पक्षवालों के यहाँ वैवाहिक संबंध स्थिर करने के लिए तथा उनकी आर्थिक तथा सामाजिक स्थित का पता लगाने के लिए भेजा जाता था। २. वह जो दान, पुण्य, आदि प्राप्त करके जीविका चलाता हो।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |