शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					बहर					 :
				 | 
				
					पुं० [अ० बह्र] १. बहुत बड़ा जलाशय या नदी। २. समुद्र। ३. उर्दू फारसी कविताओं का कोई छन्द। जैसे—इस बहर में मैने एक गजल लिखी है। अव्य० [फा० ब+हर] १. हर एक। प्रत्येक। २. इस प्रकार से। इस तरह से। जैसे—बहर हाल=प्रत्येक दसा में।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरना					 :
				 | 
				
					१.=बहुरना। २.=बहराना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरा					 :
				 | 
				
					वि० [सं० बधिर, प्रा० बहिर] [स्त्री० बहरी, भाव० बहरापन] १. जिसे कानों से सुनायी न पड़ता हो। जिसकी श्रवण शक्ति नष्ट हो गयी हो। २. किसी की बात पर ध्यान न देनेवाला। मुहावरा—बहरा बनना=जान-बूझकर किसी की सुनी बात अनसुनी करना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहराना					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० बाहर] किसी नगर या बस्ती की सीमा पर अथवा उससे बाहरवाला भाग या मुहल्ला। स० १. बाहर करना या निकालना। २. (नाव आदि) किनारे से दूर और धारा की तरफ ले जाना। अ० १. बाहर होना। निकलना। २. अलग या दूर होना। स० [हिं० भुलाना] १. बहलाना। २. सुनकर भी अनसुनी करना। टाल-मटोल करना। बहलाना। उदाहरण—जबहीं मैं बरजति हरि संगहि तब ही तब बहरायो।—सूर। ३. बहकाना। ४. फुसलाना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरिया					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० बाहर+इया (प्रत्य)] बल्लभ सम्प्रदाय के मंदिरों के छोटे कर्मचारी जो प्रायः मंडप के बाहर ही रहते हैं। वि०=बाहरी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरियाना					 :
				 | 
				
					स० [हिं० बाहर+इयाना (प्रत्य०)] १. बाहर करना या हटाना। २. (नाव आदि) किनारे से दूर करके धारा की ओर ले जाना। ३. अलग या जुदा करना। अ० १. बाहर की ओर होना। २. (नाव का) किनारे से दूर हटना। ३. अलग या जुदा होना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अ०] एक प्रकार की शिकारी चिड़िया जिसका रूप रंग और स्वभाव बाज़ का-सा होता है; पर आकार छोटा होता है। वि० [हिं० बाहर+ई (प्रत्य०)] बाहरी। पद—बाहरी अलंग (ओर या तरफ)=नगर के बाहर या बस्ती से कुछ दूरी पर का वह एकांत और रमणीक स्थान जहाँ लोग प्रायः सैर-सपाटे के लिए जाते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरू					 :
				 | 
				
					पुं० [देश०] मध्य प्रदेश, बरार और मदरास में होनेवाला एक प्रकार का मझोला पेड़ जिसकी लकड़ी सुन्दर चमकीली और मजबूत होती है। वि०=बहरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरूप					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० बहु+रूप] १. बैलों का व्यवसाय करनेवाला व्यक्ति। २. एक जाति जो बैलों का व्यवसाय करती है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बहरूपिया					 :
				 | 
				
					पुं०=बहुरूपिया।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |