शब्द का अर्थ
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					फुटकर					 :
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					वि० [सं० स्फुट+हिं० कर (प्रत्यय)] १. जो युग्म न हो। जिसका जोड़ या जोडा़ न हो। अयुग्म। २. जो किसी विशिष्ट मद या वर्ग में हो और इसी कारण उन सबसे अलग रहकर अपना अलग वर्ग बनाता हो। भिन्न-भिन्न या अनेक प्रकार का। कई मेल का। जैसे—फुटकर कविता, फुटकर खर्च, फुटकर चीजों की दुकान। ३. (माल या सौदा) जो इकट्ठा या एक साथ नहीं, बल्कि अलग-अलग या खंडों में आता या रहता हो। थोक का विपर्याय। जैसे—फुटकर माल बेचनेवाला दुकानदार।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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