शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					पूरिया					 :
				 | 
				
					पुं० [देश०] संध्या के समय गाया जानेवाला षाड़व जाति का एक राग। इसमें पंचम स्वर वर्जित है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पूरिया					 :
				 | 
				
					पुं० [देश०] संध्या के समय गाया जानेवाला षाड़व जाति का एक राग। इसमें पंचम स्वर वर्जित है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पूरिया-कल्याण					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० पूरिया+कल्याण (राग)] रात के पहले पहर में गाया जानेवाला संपूर्ण जाति का एक संकर राग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पूरिया-कल्याण					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० पूरिया+कल्याण (राग)] रात के पहले पहर में गाया जानेवाला संपूर्ण जाति का एक संकर राग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |