शब्द का अर्थ
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					पिपीलिका-मार्ग					 :
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					पुं० [ष० त०] योग की साधना में से दो मार्गो में से एक जिसके द्वारा साधक क्रमशः धीरे-धीरे आगे बढ़ता और षट् चक्रों को बेधता हुआ अपने प्राण ब्रह्माण्ड तक पहुँचाता है। इसकी तुलना में दूसरा अर्थात् विहंगम मार्ग (देखें) श्रेष्ठ समझा जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पिपीलिका-मार्ग					 :
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					पुं० [ष० त०] योग की साधना में से दो मार्गो में से एक जिसके द्वारा साधक क्रमशः धीरे-धीरे आगे बढ़ता और षट् चक्रों को बेधता हुआ अपने प्राण ब्रह्माण्ड तक पहुँचाता है। इसकी तुलना में दूसरा अर्थात् विहंगम मार्ग (देखें) श्रेष्ठ समझा जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |