शब्द का अर्थ
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पिनद्ध :
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भू० कृ० [सं० अपि√नह् (बाँधना)+क्त, अकार-लोप] १. कसा या बाँधा हुआ। २. पहना या धारण किया हुआ। ३. छाया ढका या लपेटा हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिनद्ध :
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भू० कृ० [सं० अपि√नह् (बाँधना)+क्त, अकार-लोप] १. कसा या बाँधा हुआ। २. पहना या धारण किया हुआ। ३. छाया ढका या लपेटा हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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