शब्द का अर्थ
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					पिच्छिल					 :
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					वि० [सं० पिच्छा+इलच्] [स्त्री० पिच्छिल] १. सरस और स्निग्ध। गीला और चिकना। २. इतना या ऐसा चिकना जिस पर पैर फिसलता हो या फिसल सकता हो। ३. (पक्षी) जिसके सिर पर चूड़ा या चोटी हो। ४. (वैद्यक में, पदार्थ) जो खट्टा, कोमल फूला हुआ और कफकारी हो। पुं० १. लिसोड़ा। २. सरस और स्निग्ध व्यंजन। सालन। जैसे—कढ़ी, दाल, रसेदार तरकारी आदि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पिच्छिल					 :
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					वि० [सं० पिच्छा+इलच्] [स्त्री० पिच्छिल] १. सरस और स्निग्ध। गीला और चिकना। २. इतना या ऐसा चिकना जिस पर पैर फिसलता हो या फिसल सकता हो। ३. (पक्षी) जिसके सिर पर चूड़ा या चोटी हो। ४. (वैद्यक में, पदार्थ) जो खट्टा, कोमल फूला हुआ और कफकारी हो। पुं० १. लिसोड़ा। २. सरस और स्निग्ध व्यंजन। सालन। जैसे—कढ़ी, दाल, रसेदार तरकारी आदि।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-त्वक्					 :
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					स्त्री० [ब० स०] १. नारंगी का पेड़। २. धामिन वृक्ष।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-त्वक्					 :
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					स्त्री० [ब० स०] १. नारंगी का पेड़। २. धामिन वृक्ष।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-दला					 :
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					स्त्री० [ब० स०]=पिच्छिलच्छदा।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-दला					 :
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					स्त्री० [ब० स०]=पिच्छिलच्छदा।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-वस्ति					 :
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					स्त्री० [सं० कर्म० स०] वैद्यक में, निरूढ़वस्ति का एक भेद।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-वस्ति					 :
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					स्त्री० [सं० कर्म० स०] वैद्यक में, निरूढ़वस्ति का एक भेद।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-सार					 :
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					पुं० [ब० स०] सेमल का गोंद। मोचरस।				 | 
			
			
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					पिच्छिल-सार					 :
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					पुं० [ब० स०] सेमल का गोंद। मोचरस।				 | 
			
			
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					पिच्छिलक					 :
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					पुं० [सं० पिच्छिल+कन्] १. मोचरस। २. धामिन वृक्ष।				 | 
			
			
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					पिच्छिलक					 :
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					पुं० [सं० पिच्छिल+कन्] १. मोचरस। २. धामिन वृक्ष।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पिच्छिलच्छदा					 :
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					स्त्री० [ब० स०] १. बैर वृक्ष। २. पोई का साग।				 | 
			
			
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					पिच्छिलच्छदा					 :
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					स्त्री० [ब० स०] १. बैर वृक्ष। २. पोई का साग।				 | 
			
			
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					पिच्छिला					 :
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					स्त्री० [सं० पिच्छिल+टाप्] १. पोई। २. शीशम। ३. सेमल। ४. तालमखाना। ५. वृश्चिकाली (जड़ी)। ६. शूली घास। ७. अगर। ८. अलसी। ९. अरवी। वि० दे० ‘पिच्छिल’।				 | 
			
			
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					पिच्छिला					 :
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					स्त्री० [सं० पिच्छिल+टाप्] १. पोई। २. शीशम। ३. सेमल। ४. तालमखाना। ५. वृश्चिकाली (जड़ी)। ६. शूली घास। ७. अगर। ८. अलसी। ९. अरवी। वि० दे० ‘पिच्छिल’।				 | 
			
			
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