शब्द का अर्थ
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पायँ :
|
पुं०=पाँव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाय :
|
पुं० [सं०√पा+घञ्, यक्] जल। पानी। पुं० [फा० पायः] फारसी ‘पा’ (=पैर) का वह संबंधकारक रूप जो उसे यौ० शब्दों के आरंभ में लगने पर प्राप्त होता है। जैसे—पायखाना; पायजेब आदि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँ :
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पुं०=पाँव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाय :
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पुं० [सं०√पा+घञ्, यक्] जल। पानी। पुं० [फा० पायः] फारसी ‘पा’ (=पैर) का वह संबंधकारक रूप जो उसे यौ० शब्दों के आरंभ में लगने पर प्राप्त होता है। जैसे—पायखाना; पायजेब आदि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाय-जेहरि :
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स्त्री०=पाजेब।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाय-जेहरि :
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स्त्री०=पाजेब।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायक :
|
वि० [सं०√पा (पीना)+ण्वुल—अक, युक्] पान करनेवाला। पीनेवाला। पुं० [फा०] १. दूत। २. सेवक। दास। ३. पैदल सिपाही। ४. वह छोटा कर्मचारी जो प्रायः दौड़-धूपवाले कामों के लिए नियुक्त हो। ५. झंडा। पताका। पुं० [?] १. पहलवान। मल्ल। २. पटेबाज। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायक :
|
वि० [सं०√पा (पीना)+ण्वुल—अक, युक्] पान करनेवाला। पीनेवाला। पुं० [फा०] १. दूत। २. सेवक। दास। ३. पैदल सिपाही। ४. वह छोटा कर्मचारी जो प्रायः दौड़-धूपवाले कामों के लिए नियुक्त हो। ५. झंडा। पताका। पुं० [?] १. पहलवान। मल्ल। २. पटेबाज। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायकार :
|
पुं० दे० ‘पैकार’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायकार :
|
पुं० दे० ‘पैकार’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायखाना :
|
पुं०=पाखाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायखाना :
|
पुं०=पाखाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायगाह :
|
स्त्री० [सं०] १. पैर रखने की जगह। २. कचहरी। ३. अस्तबल। तबेला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायगाह :
|
स्त्री० [सं०] १. पैर रखने की जगह। २. कचहरी। ३. अस्तबल। तबेला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँचा :
|
पुं० [हिं० पाँव] पायजामे की टाँग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँचा :
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पुं० [हिं० पाँव] पायजामे की टाँग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायज :
|
पुं० [?] पेशाब। मूत्र। उदा०—...निज पायज ज्यौं जल अंक लगावै।—केशव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायज :
|
पुं० [?] पेशाब। मूत्र। उदा०—...निज पायज ज्यौं जल अंक लगावै।—केशव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायजामा :
|
पुं०=पाजामा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायजामा :
|
पुं०=पाजामा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायजेब :
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स्त्री०=पाजेब। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायजेब :
|
स्त्री०=पाजेब। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायठ :
|
स्त्री०=पाइट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायठ :
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स्त्री०=पाइट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायड़ा :
|
पुं० दे० ‘पैंडा’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायड़ा :
|
पुं० दे० ‘पैंडा’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँत :
|
स्त्री०=पायँता।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँत :
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स्त्री०=पायँता।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायतन :
|
पुं०=पायँता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायतन :
|
पुं०=पायँता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँता :
|
पुं० [हिं० पायँ+सं० स्थान, हिं० थान] १. पलंग या चारपाई का वह भाग जिस पर पैर रहते हैं। पैताना। २. वह दिशा जिधर पैर फैलाकर कोई सोया हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँता :
|
पुं० [हिं० पायँ+सं० स्थान, हिं० थान] १. पलंग या चारपाई का वह भाग जिस पर पैर रहते हैं। पैताना। २. वह दिशा जिधर पैर फैलाकर कोई सोया हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायताबा :
|
पुं० [फा०]=पाताबा (मोजा)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायताबा :
|
पुं० [फा०]=पाताबा (मोजा)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँती :
|
स्त्री० [हिं० पाँयता] पाँयता। पैताना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँती :
|
स्त्री० [हिं० पाँयता] पाँयता। पैताना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायंदाज :
|
पुं० [फा० पाअंदाज़] पैर पोंछने का बिछावन। पावदान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायंदाज :
|
पुं० [फा० पाअंदाज़] पैर पोंछने का बिछावन। पावदान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायदान :
|
पुं०=पावदान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायदान :
|
पुं०=पावदान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायदार :
|
वि० [फा० पायःदार] [भाव० पायदारी] टिकाऊ और मजबूत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायदार :
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वि० [फा० पायःदार] [भाव० पायदारी] टिकाऊ और मजबूत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायदारी :
|
स्त्री० [फा०] दृढ़ता और मजबूती। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायदारी :
|
स्त्री० [फा०] दृढ़ता और मजबूती। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायन :
|
पुं० [सं०√पा+णिच्+ल्युट्—अन] किसी को कुछ पिलाने की क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायन :
|
पुं० [सं०√पा+णिच्+ल्युट्—अन] किसी को कुछ पिलाने की क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायना :
|
स्त्री० [सं०√पा+णिच्+युच्—अन,+टाप्] १. सींचना। २. गीला या तर करना। ३. सान धरना। धार तेज करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायना :
|
स्त्री० [सं०√पा+णिच्+युच्—अन,+टाप्] १. सींचना। २. गीला या तर करना। ३. सान धरना। धार तेज करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायनिक :
|
वि० [सं० पायन+ठक्—इक] सिंचाई के काम में आनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायनिक :
|
वि० [सं० पायन+ठक्—इक] सिंचाई के काम में आनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँपसारी :
|
स्त्री० [हिं० पाँव+पसारना] निर्मली का पौधा और फल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायँपसारी :
|
स्त्री० [हिं० पाँव+पसारना] निर्मली का पौधा और फल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायपोश :
|
पुं०=पापोश। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायपोश :
|
पुं०=पापोश। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायबोसी :
|
स्त्री०=पाबोसी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायबोसी :
|
स्त्री०=पाबोसी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायमाल :
|
वि० [भाव० पायमाली]=पामाल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायमाल :
|
वि० [भाव० पायमाली]=पामाल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाययोपवास :
|
पुं० [सं० पायस-उपवास] अच्छी-अच्छी चीजें खाकर भी यह कहते चलना कि हमने तो कुछ भी नहीं खाया। उपहास करने का झूठा बहाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाययोपवास :
|
पुं० [सं० पायस-उपवास] अच्छी-अच्छी चीजें खाकर भी यह कहते चलना कि हमने तो कुछ भी नहीं खाया। उपहास करने का झूठा बहाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायरा :
|
पुं० [हिं० पाय+रा (=रखना)] घोड़े की जीन। पुं० [सं० पारावत] एक प्रकार का कबूतर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायरा :
|
पुं० [हिं० पाय+रा (=रखना)] घोड़े की जीन। पुं० [सं० पारावत] एक प्रकार का कबूतर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायल :
|
स्त्री० [हिं० पाय+ल (प्रत्य०)] १. पैर में पहनने का स्त्रियों का एक गहना। २. तेज चलनेवाली हथनी। ३. बाँस की सीढ़ी। वि० [बच्चा] जन्म के समय जिसके पैर पहले बाहर निकले हों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायल :
|
स्त्री० [हिं० पाय+ल (प्रत्य०)] १. पैर में पहनने का स्त्रियों का एक गहना। २. तेज चलनेवाली हथनी। ३. बाँस की सीढ़ी। वि० [बच्चा] जन्म के समय जिसके पैर पहले बाहर निकले हों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायस :
|
पुं० [सं० पायस्+अण्] १. खीर। २. सरल का गोंद। निर्यास। ३. रसायन शास्त्र में, दूधिया रंग का वह तरल पदार्थ जिसमें तेल, सर्जरस आदि के कण सब जगह समान रूप से तैरते रहते हों। (एमल्शन) ४. दे० ‘वसापायस’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायस :
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पुं० [सं० पायस्+अण्] १. खीर। २. सरल का गोंद। निर्यास। ३. रसायन शास्त्र में, दूधिया रंग का वह तरल पदार्थ जिसमें तेल, सर्जरस आदि के कण सब जगह समान रूप से तैरते रहते हों। (एमल्शन) ४. दे० ‘वसापायस’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायसा :
|
पुं० [सं० पार्श्व, हिं० पास] पड़ोस। आस-पास का स्थान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायसा :
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पुं० [सं० पार्श्व, हिं० पास] पड़ोस। आस-पास का स्थान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायसीकरण :
|
पुं० [सं० पायस√कृ (करना)+च्वि, ईत्व, ल्युट्—अन] किसी तरह औषध या घोल को ऐसा रूप देना कि उसमें कुछ पदार्थों के कण तैरते रहें, नीचे बैठ न जायँ। (एमल्सिफिकेशन) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायसीकरण :
|
पुं० [सं० पायस√कृ (करना)+च्वि, ईत्व, ल्युट्—अन] किसी तरह औषध या घोल को ऐसा रूप देना कि उसमें कुछ पदार्थों के कण तैरते रहें, नीचे बैठ न जायँ। (एमल्सिफिकेशन) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाया :
|
पुं० [फा० पायः] १. पलंग, कुरसी, चौकी आदि का पावा या पैर। २. खंभा। स्तंभ। ३. नींव। बुनियाद। ४. दरजा। पद। मुहा०—पाया बुलन्द होना=पदोन्नति होना। ५. घोड़ों के पैर में होनेवाला एक रोग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाया :
|
पुं० [फा० पायः] १. पलंग, कुरसी, चौकी आदि का पावा या पैर। २. खंभा। स्तंभ। ३. नींव। बुनियाद। ४. दरजा। पद। मुहा०—पाया बुलन्द होना=पदोन्नति होना। ५. घोड़ों के पैर में होनेवाला एक रोग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायिक :
|
पुं० [सं० पादविक, पृषो० साधु ‘पादातिक’ का प्रा० रूप] १. पादातिक। पैदल सिपाही। २. चर। दूत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायिक :
|
पुं० [सं० पादविक, पृषो० साधु ‘पादातिक’ का प्रा० रूप] १. पादातिक। पैदल सिपाही। २. चर। दूत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायी (यिन्) :
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वि० [सं०√पा (पीना)+णिनि] समस्त पदों के अन्त में, पीनेवाला। जैसे—स्तनपायी। स्त्री०= पाई।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायी (यिन्) :
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वि० [सं०√पा (पीना)+णिनि] समस्त पदों के अन्त में, पीनेवाला। जैसे—स्तनपायी। स्त्री०= पाई।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायु :
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पुं० [सं०√पा (रक्षा)+उण्, युक् आगम] १. मलद्वार। गुदा। २. भरद्वाज के पुत्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पायु :
|
पुं० [सं०√पा (रक्षा)+उण्, युक् आगम] १. मलद्वार। गुदा। २. भरद्वाज के पुत्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाय्य :
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वि० [सं०√मा (मापना)+ण्यत्, नि० पादेश] १. जो पान किया जा सके। पीये जाने के योग्य। २. जो पीया जाता हो। पेय। पुं० १. जल। पानी। २. रक्षण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाय्य :
|
वि० [सं०√मा (मापना)+ण्यत्, नि० पादेश] १. जो पान किया जा सके। पीये जाने के योग्य। २. जो पीया जाता हो। पेय। पुं० १. जल। पानी। २. रक्षण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |