शब्द का अर्थ
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पाणिघ :
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पुं० [सं० पाणि√हन् (हिंसा)+ट] १. हाथ से बजाये जानेवाले बाजे। जैसे—ढोल, मृदंग आदि। २. हाथ का कारीगर। दस्तकार। शिल्पी। ३. हाथ से बाजा बजानेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिघ :
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पुं० [सं० पाणि√हन् (हिंसा)+ट] १. हाथ से बजाये जानेवाले बाजे। जैसे—ढोल, मृदंग आदि। २. हाथ का कारीगर। दस्तकार। शिल्पी। ३. हाथ से बाजा बजानेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिघ्न :
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पुं० [संपाणि√हन्+टक्] १. हाथ से आघात करनेवाला। २. ताली बजानेवाला। ३. शिल्पी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिघ्न :
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पुं० [संपाणि√हन्+टक्] १. हाथ से आघात करनेवाला। २. ताली बजानेवाला। ३. शिल्पी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |