शब्द का अर्थ
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				| 
					परी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] १. वह कल्पित रूपवती स्त्री जो अपने परों की सहायता से आकाश में उड़ती है। अप्सरा। विशेष—फारसी साहित्य में इसका वास-स्थान काफ या काकेशस पर्वत माना गया है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परी					 :
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					स्त्री० [फा०] १. वह कल्पित रूपवती स्त्री जो अपने परों की सहायता से आकाश में उड़ती है। अप्सरा। विशेष—फारसी साहित्य में इसका वास-स्थान काफ या काकेशस पर्वत माना गया है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परीक्षक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√ईक्ष् (देखना)+ण्वुल्—अक] [स्त्री० परीक्षिका] १. वह जो किसी की परीक्षा करता या लेता हो। २. किसी के गुण, योग्यता आदि का परीक्षण करनेवाला अधिकारी, विशेषतः परीक्षार्थियों के लिए प्रश्न-पत्र बनाने तथा उनकी उत्तर-पुस्तिकाएँ जाँचनेवाला अधिकारी। (इग्जामिनर) ३. जाँच-पड़ताल करनेवाला व्यक्ति। निरीक्षक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परीक्षक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√ईक्ष् (देखना)+ण्वुल्—अक] [स्त्री० परीक्षिका] १. वह जो किसी की परीक्षा करता या लेता हो। २. किसी के गुण, योग्यता आदि का परीक्षण करनेवाला अधिकारी, विशेषतः परीक्षार्थियों के लिए प्रश्न-पत्र बनाने तथा उनकी उत्तर-पुस्तिकाएँ जाँचनेवाला अधिकारी। (इग्जामिनर) ३. जाँच-पड़ताल करनेवाला व्यक्ति। निरीक्षक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षण					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√ईक्ष्+ल्युट्—अन] [भू० कृ० परीक्षित, वि० परीक्ष्य] १. परीक्षा करने या लेने की क्रिया या भाव। २. वैज्ञानिक क्षेत्रों में; किसी विशिष्ट पद्धति, प्रक्रिया या रीति से किसी चीज के वास्तविक गुण, योग्यता, शक्ति, स्थिति आदि जानने का काम। ३. न्यायालय में इस प्रकार किसी से प्रश्न करना जिससे वस्तु-स्थिति पर प्रकाश पड़ता हो। (इग्जामिनेशन) १. उपयोग, व्यवहार आदि में लाकर किसी चीज के गुण-दोष जानना या परखना। ५. व्यक्ति को किसी काम या पद पर स्थायी रूप से नियुक्त करने से पहले, कुछ समय तक उससे वह काम करवा कर देखना कि उसमें यथेष्ट योग्यता या सामर्थ्य है या नहीं। (प्रोबेशन)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परीक्षण					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√ईक्ष्+ल्युट्—अन] [भू० कृ० परीक्षित, वि० परीक्ष्य] १. परीक्षा करने या लेने की क्रिया या भाव। २. वैज्ञानिक क्षेत्रों में; किसी विशिष्ट पद्धति, प्रक्रिया या रीति से किसी चीज के वास्तविक गुण, योग्यता, शक्ति, स्थिति आदि जानने का काम। ३. न्यायालय में इस प्रकार किसी से प्रश्न करना जिससे वस्तु-स्थिति पर प्रकाश पड़ता हो। (इग्जामिनेशन) १. उपयोग, व्यवहार आदि में लाकर किसी चीज के गुण-दोष जानना या परखना। ५. व्यक्ति को किसी काम या पद पर स्थायी रूप से नियुक्त करने से पहले, कुछ समय तक उससे वह काम करवा कर देखना कि उसमें यथेष्ट योग्यता या सामर्थ्य है या नहीं। (प्रोबेशन)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षण-काल					 :
				 | 
				
					पुं० [ष० त०] उतना समय जितने में यह देखा जाता है, कि जो व्यक्ति किसी काम पर लगाया जाने को है, उसमें वह काम करने की पूरी योग्यता या समर्थता भी है या नहीं। (प्रोबेशन पीरियड)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परीक्षण-काल					 :
				 | 
				
					पुं० [ष० त०] उतना समय जितने में यह देखा जाता है, कि जो व्यक्ति किसी काम पर लगाया जाने को है, उसमें वह काम करने की पूरी योग्यता या समर्थता भी है या नहीं। (प्रोबेशन पीरियड)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षण-नलिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ष० त०] वैज्ञानिक क्षेत्रों में शीशे की वह नली जिसमें कोई द्रव पदार्थ किसी प्रकार के परीक्षण के लिए भरा जाता है। परख-नली। (टेस्ट-ट्यूब)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परीक्षण-नलिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ष० त०] वैज्ञानिक क्षेत्रों में शीशे की वह नली जिसमें कोई द्रव पदार्थ किसी प्रकार के परीक्षण के लिए भरा जाता है। परख-नली। (टेस्ट-ट्यूब)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षण-शलाका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ष० त०] किसी धातु का वह छड़ जो इस बात के परीक्षण के काम में आता है कि इस धातु में भार आदि सहने की कितनी शक्ति है। (टेस्ट पीस)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षण-शलाका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ष० त०] किसी धातु का वह छड़ जो इस बात के परीक्षण के काम में आता है कि इस धातु में भार आदि सहने की कितनी शक्ति है। (टेस्ट पीस)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षणिक					 :
				 | 
				
					वि० [सं० पारीक्षणिक] १. परीक्षण-संबंधी। २. नियुक्त किये जाने से पहले जिसकी असमर्थता की परीक्षा ली जा रही हो। अस्थायी रूप से और केवल परीक्षण के लिए रखा हुआ कर्मचारी। (प्रोबेशनरी)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षणिक					 :
				 | 
				
					वि० [सं० पारीक्षणिक] १. परीक्षण-संबंधी। २. नियुक्त किये जाने से पहले जिसकी असमर्थता की परीक्षा ली जा रही हो। अस्थायी रूप से और केवल परीक्षण के लिए रखा हुआ कर्मचारी। (प्रोबेशनरी)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षना					 :
				 | 
				
					स० [सं० परीक्षण] किसी की परीक्षा करना या लेना। परखना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षना					 :
				 | 
				
					स० [सं० परीक्षण] किसी की परीक्षा करना या लेना। परखना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि√ईक्ष्+अ+टाप्] १. किसी के गुण, धैर्य, योग्यता, सामर्थ्य आदि की ठीक-ठीक स्थिति जानने या पता लगाने की क्रिया या भाव। (एग्जामिनेशन) २. वह समुचित उपाय, विधि या साधन जिससे किसी के गुणों आदि का पता लगाया जाता है। ३. वस्तुओं के संबंध में, उनकी उपयोगिता, टिकाऊपन आदि जानने के लिए उनका उपयोग या व्यवहार किया जाना। जैसे—हमारे यहाँ अमुक वस्तुएँ मिलती हैं, परीक्षा प्रार्थित है। ४. वह प्रक्रिया जिससे प्राचीन न्यायालय किसी अभियुक्त अथवा साक्षी के सच्चे या झूठे होने का पता लगाते थे। विशेष दे० ‘दिव्य’। ५. जाँच—पड़ताल। ६. देख-भाल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि√ईक्ष्+अ+टाप्] १. किसी के गुण, धैर्य, योग्यता, सामर्थ्य आदि की ठीक-ठीक स्थिति जानने या पता लगाने की क्रिया या भाव। (एग्जामिनेशन) २. वह समुचित उपाय, विधि या साधन जिससे किसी के गुणों आदि का पता लगाया जाता है। ३. वस्तुओं के संबंध में, उनकी उपयोगिता, टिकाऊपन आदि जानने के लिए उनका उपयोग या व्यवहार किया जाना। जैसे—हमारे यहाँ अमुक वस्तुएँ मिलती हैं, परीक्षा प्रार्थित है। ४. वह प्रक्रिया जिससे प्राचीन न्यायालय किसी अभियुक्त अथवा साक्षी के सच्चे या झूठे होने का पता लगाते थे। विशेष दे० ‘दिव्य’। ५. जाँच—पड़ताल। ६. देख-भाल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षार्थ					 :
				 | 
				
					अव्य० [सं० परीक्षा-अर्थ, नित्य स०] परीक्षा के उद्देश्य से।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षार्थ					 :
				 | 
				
					अव्य० [सं० परीक्षा-अर्थ, नित्य स०] परीक्षा के उद्देश्य से।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षार्थी (र्थिन्)					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परीक्षा√अर्थ (चाहना)+ णिनि] १. वह जो किसी प्रकार की परीक्षा देना चाहता हो। २. वह जिसकी परीक्षा ली जा रही हो अथवा जो परीक्षा दे रहा हो। (एग्ज़ामिनी)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षार्थी (र्थिन्)					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परीक्षा√अर्थ (चाहना)+ णिनि] १. वह जो किसी प्रकार की परीक्षा देना चाहता हो। २. वह जिसकी परीक्षा ली जा रही हो अथवा जो परीक्षा दे रहा हो। (एग्ज़ामिनी)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [परि√ईक्ष्+क्त] १. (व्यक्ति) जिसकी परीक्षण किया जा चुका हो। जो परीक्षा में सफल उतरा हो। ३. (वस्तु) जिसे उपयोग, व्यवहार आदि में लाकर उसके गुण-दोष आदि देखे जा चुके हों। (इग्जै़मिन्ड) पुं०=परीक्षित्।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [परि√ईक्ष्+क्त] १. (व्यक्ति) जिसकी परीक्षण किया जा चुका हो। जो परीक्षा में सफल उतरा हो। ३. (वस्तु) जिसे उपयोग, व्यवहार आदि में लाकर उसके गुण-दोष आदि देखे जा चुके हों। (इग्जै़मिन्ड) पुं०=परीक्षित्।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षितव्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईक्ष्+तव्यत्] १. जिसकी परीक्षा, आजमाइश या जाँच की जा सके या की जाने को हो। २. जिसे जाँच या परख सकें। ३. जिसकी परीक्षा (जाँच या परख) करना आवश्यक या उचित हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षितव्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईक्ष्+तव्यत्] १. जिसकी परीक्षा, आजमाइश या जाँच की जा सके या की जाने को हो। २. जिसे जाँच या परख सकें। ३. जिसकी परीक्षा (जाँच या परख) करना आवश्यक या उचित हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षिती					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०]=परीक्षार्थी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षिती					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०]=परीक्षार्थी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षित्					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√क्षि (क्षय)+क्विप्, तुक्] १. हस्तिनापुर के एक प्राचीन राजा जो अभिमन्यु के पुत्र और जनमेजय के पिता थे। कहा जाता है कि इन्हीं के राज्य-काल में द्वापर का अंत और कलियुग का आरंभ हुआ था। तक्षक नामक साँप के काटने पर इनकी मृत्यु हुई थी। २. कंस का एक पुत्र।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्षित्					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√क्षि (क्षय)+क्विप्, तुक्] १. हस्तिनापुर के एक प्राचीन राजा जो अभिमन्यु के पुत्र और जनमेजय के पिता थे। कहा जाता है कि इन्हीं के राज्य-काल में द्वापर का अंत और कलियुग का आरंभ हुआ था। तक्षक नामक साँप के काटने पर इनकी मृत्यु हुई थी। २. कंस का एक पुत्र।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्ष्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईक्ष्+ण्यत्] परीक्षितव्य। (दे०)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्ष्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईक्ष्+ण्यत्] परीक्षितव्य। (दे०)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्ष्यमाण					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईक्ष्+यक्, शानच्, मुक्] परीक्षणिक। (दे०)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीक्ष्यमाण					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईक्ष्+यक्, शानच्, मुक्] परीक्षणिक। (दे०)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीख					 :
				 | 
				
					स्त्री०=परख।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीख					 :
				 | 
				
					स्त्री०=परख।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीखना					 :
				 | 
				
					स०=परखना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीखना					 :
				 | 
				
					स०=परखना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछत					 :
				 | 
				
					भू० कृ०=परीक्षित। पुं०=परिक्षित।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछत					 :
				 | 
				
					भू० कृ०=परीक्षित। पुं०=परिक्षित।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछम					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० परी+छमछम (अनु०)] पैर में पहनने का एक तरह का चाँदी का गहना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछम					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० परी+छमछम (अनु०)] पैर में पहनने का एक तरह का चाँदी का गहना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछा					 :
				 | 
				
					स्त्री०=परीक्षा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछा					 :
				 | 
				
					स्त्री०=परीक्षा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछित					 :
				 | 
				
					भू० कृ०=परीक्षित। पुं०=परीक्षित्।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीछित					 :
				 | 
				
					भू० कृ०=परीक्षित। पुं०=परीक्षित्।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीजाद					 :
				 | 
				
					वि० [फा० परीज़ादः] १. जो परी की संतान हो। २. लाक्षणिक रूप में, परम सुन्दर व्यक्ति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीजाद					 :
				 | 
				
					वि० [फा० परीज़ादः] १. जो परी की संतान हो। २. लाक्षणिक रूप में, परम सुन्दर व्यक्ति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीणाह					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√नह् (बंधन)+घञ्, दीर्घ] १. दे० ‘परिणाह’। २. शिव। ३. गाँव के आस-पास तथा चारों ओर की वह भूमि जो सार्वजनिक संपत्ति के अन्तर्गत हो, अथवा जिसका उपयोग सब लोग कर सकते हों।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीणाह					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√नह् (बंधन)+घञ्, दीर्घ] १. दे० ‘परिणाह’। २. शिव। ३. गाँव के आस-पास तथा चारों ओर की वह भूमि जो सार्वजनिक संपत्ति के अन्तर्गत हो, अथवा जिसका उपयोग सब लोग कर सकते हों।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीत					 :
				 | 
				
					स्त्री०=प्रीति।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं०=प्रेत।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीत					 :
				 | 
				
					स्त्री०=प्रीति।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं०=प्रेत।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीताप					 :
				 | 
				
					पुं०=परिताप।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीताप					 :
				 | 
				
					पुं०=परिताप।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीति (ती)					 :
				 | 
				
					स्त्री०=प्रीति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीति (ती)					 :
				 | 
				
					स्त्री०=प्रीति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीतोष					 :
				 | 
				
					पुं०=परितोष।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीतोष					 :
				 | 
				
					पुं०=परितोष।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीदाह					 :
				 | 
				
					पुं०=परिदाह।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीदाह					 :
				 | 
				
					पुं०=परिदाह।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीधान					 :
				 | 
				
					पुं०=परिधान।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीधान					 :
				 | 
				
					पुं०=परिधान।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीप्सा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि√आप् (व्याप्ति)+सन्+ अ+ टाप्] १. किसी चीज को प्राप्त करने अथवा उसे अधिकार में किये रखने की इच्छा या लालसा। २. जल्दी। शीघ्रता।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीप्सा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि√आप् (व्याप्ति)+सन्+ अ+ टाप्] १. किसी चीज को प्राप्त करने अथवा उसे अधिकार में किये रखने की इच्छा या लालसा। २. जल्दी। शीघ्रता।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीबंद					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] कलाई पर पहनने का एक आभूषण। बाजूबंद। २. बच्चों के पैरों का एक घुँघरूदार गहना। ३. कुश्ती का एक पेंच।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीबंद					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] कलाई पर पहनने का एक आभूषण। बाजूबंद। २. बच्चों के पैरों का एक घुँघरूदार गहना। ३. कुश्ती का एक पेंच।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीभव					 :
				 | 
				
					पुं०=परिभव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीभव					 :
				 | 
				
					पुं०=परिभव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीभाव					 :
				 | 
				
					पुं०=परिभाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीभाव					 :
				 | 
				
					पुं०=परिभाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीमाण					 :
				 | 
				
					पुं०=परिमाण।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीमाण					 :
				 | 
				
					पुं०=परिमाण।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीर					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√पृ (पूर्ति करना)+ईरन्] वृक्ष का फल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीर					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√पृ (पूर्ति करना)+ईरन्] वृक्ष का फल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीरंभ					 :
				 | 
				
					पुं०=परिरंभ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीरंभ					 :
				 | 
				
					पुं०=परिरंभ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीरू					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] परी की तरह सुन्दर आकृतिवाला। परम रूपवान या अति सुन्दर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीरू					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] परी की तरह सुन्दर आकृतिवाला। परम रूपवान या अति सुन्दर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवर्तन					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवर्तन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवर्तन					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवर्तन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवाद					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवाद।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवाद					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवाद।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवार					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवार					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवाह					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवाह।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीवाह					 :
				 | 
				
					पुं०=परिवाह।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीशान					 :
				 | 
				
					वि० [फा० परीशाँ] [भाव० परीशानी]= परेशान। (देखें)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीशान					 :
				 | 
				
					वि० [फा० परीशाँ] [भाव० परीशानी]= परेशान। (देखें)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीशेष					 :
				 | 
				
					पुं०=परिशेष।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीशेष					 :
				 | 
				
					पुं०=परिशेष।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीषह					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√सह् (सहना)+अच्, दीर्घ] जैन शास्त्रों के अनुसार त्याग या सहन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीषह					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√सह् (सहना)+अच्, दीर्घ] जैन शास्त्रों के अनुसार त्याग या सहन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीष्ट					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईष् (चाहना)+क्त] [भाव० परीष्टि] चाहने योग्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीष्ट					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√ईष् (चाहना)+क्त] [भाव० परीष्टि] चाहने योग्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीष्टि					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०] १. इच्छा। २. खोज। छान-बीन। ३. सेवा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीष्टि					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०] १. इच्छा। २. खोज। छान-बीन। ३. सेवा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीसयर्पा					 :
				 | 
				
					स्त्री०=परिसयर्पा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीसयर्पा					 :
				 | 
				
					स्त्री०=परिसयर्पा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीसार					 :
				 | 
				
					पुं०=परिसार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीसार					 :
				 | 
				
					पुं०=परिसार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीहन					 :
				 | 
				
					पुं०=परिधान।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीहन					 :
				 | 
				
					पुं०=परिधान।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीहार					 :
				 | 
				
					पुं०=परिहार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीहार					 :
				 | 
				
					पुं०=परिहार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीहास					 :
				 | 
				
					पुं०=परिहास।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परीहास					 :
				 | 
				
					पुं०=परिहास।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |