शब्द का अर्थ
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					परिशिष्ट					 :
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					वि० [सं० परि√शिष् (बचना)+क्त] छूटा या बाकी बचा हुआ। अवशिष्ट। पुं० १. पुस्तकों आदि के अंत में दी जानेवाली वे बातें जो मूल में आने से रह गई हों, अथवा जो मूल में आई हुई बातों के स्पष्टीकरण के लिए हों। (एपेंडेक्स) २. अनुसूची। (दे०)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परिशिष्ट					 :
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					वि० [सं० परि√शिष् (बचना)+क्त] छूटा या बाकी बचा हुआ। अवशिष्ट। पुं० १. पुस्तकों आदि के अंत में दी जानेवाली वे बातें जो मूल में आने से रह गई हों, अथवा जो मूल में आई हुई बातों के स्पष्टीकरण के लिए हों। (एपेंडेक्स) २. अनुसूची। (दे०)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |