शब्द का अर्थ
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परिमर्श :
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पुं० [सं० परि√मृद् (छूना, विचारना)+घञ्] १. छू जाना। लग जाना। २. लगाव होना। ३. अच्छी तरह किया जानेवाला विचार। परामर्श। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिमर्श :
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पुं० [सं० परि√मृद् (छूना, विचारना)+घञ्] १. छू जाना। लग जाना। २. लगाव होना। ३. अच्छी तरह किया जानेवाला विचार। परामर्श। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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