शब्द का अर्थ
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					परिणाह					 :
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					पुं० [सं० परि√नह् (बाँधना)+घञ्] १. विस्तार। फैलाव। २. घेरा। परिधि। ३. दीर्घ निश्वास।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परिणाहवान (वत्)					 :
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					वि० [सं० परिणाह+मतुप्, वत्व] फैला हुआ। प्रशस्त। विस्तृत।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परिणाही (हिन्)					 :
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					वि० [सं० परिणाह+इनि] फैला हुआ। प्रशस्त। विस्तृत।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |