शब्द का अर्थ
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					पनहा					 :
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					पुं० [सं० परिणाह=विस्तार, चौड़ाई] १. कपड़े, दीवार आदि की चौड़ाई। अरज। २. गूढ़ आशय। तात्पर्य। मर्म। भेद। पुं० [सं० पण=रुपया-पैसा+हार] १. चोरी का पता लगानेवाला। २. वह पुरस्कार जो चुराई हुई वस्तु लौटा या दिला देने के लिए दिया जाय। स्त्री०=पनाह।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पनहारा					 :
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					पुं०=पनहरा।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
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