शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					पचास					 :
				 | 
				
					वि० [सं० पंचाशत,प्रा० पचासा] जो गिनती या संख्या में चालीस से दस अधिक हो। पुं० उक्त की सूचक संख्या जो इस प्रकार लिखी जाती है।—५०।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पचासवाँ					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० पचास+वाँ (प्रत्य०)] क्रम या गिनती में पचास के स्थान में आने,पड़ने या होनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पचासा					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० पचास] १. एक ही जाति की पचास वस्तुओं का कुलक या समूह। २. पचास रुपये। जैसे—सैर करने में पचासा लगेगा। ३. वह बटखरा या बाट जो तौल में पचास रुपयों या पचास भरी के बराबर हो। ४. संकटसूचक वह घड़ियाल जो लगातार कुछ समय तक बराबर टन-टन करते हुए बजाया जाता है कि जिसका उद्देश्य आस-पास के सिपाहियों को केन्द्र में बुलाना होता है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पचासी					 :
				 | 
				
					वि० [सं० पंचाशीति,प्रा० पंचासाईं,पच्चासी] जो गिनती या संख्या में अस्सी से पाँच अधिक हो। पुं० उक्त की सूचक संख्या जो इस प्रकार लिखी जाती है।—८५।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पचासीवाँ					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० पचासी+वाँ (प्रत्य०)] क्रम या गिनती में पचासी के स्थान पर आने,पड़ने या होनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पचासों					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० पचास] बहुत अधिक विशेषतः पचास से अधिक। जैसे—लड़की के घर त्यौहारों पर पचासों रुपये नकद या मिठाइयों के रूप में भेजने पड़ते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |