शब्द का अर्थ
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					नूर					 :
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					पुं० [अ०] १. ज्योति। प्रकाश। पद–नूर का तड़का=(क) प्रभात का समय। (ख) आभा। चमक। (ग) शोभा। श्री। खुदा का नूर=दाढ़ी पर के बढ़ाये हुए बाल। (मुसल०) उदा०–और तो मैं क्या कहूँ, बन आये हो लंगूर से। दाढ़ी मुड़वाओ, मैं बाज आई खुदा के नूर से।–जान साहब। मुहा०–नूर बरसना=बहुत अधिक शोभा या श्री चारों ओर फैलना। ४. सूफी संप्रदाय में ईश्वर का एक नाम। ५. फारसी संगीत में, बारह मुकामों या गायन-प्रकारों में से एक।				 | 
			
			
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					नूरबाफ					 :
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					पुं० [अ० नूर+फा० बाक] जुलाहा। ताँती।				 | 
			
			
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					नूरा					 :
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					पुं० [अ० नूर] १. ऐसी कुश्ती में जिसमें दोनों पहलवानों में पहले से तै होता है कि एक दूसरे को चित नहीं गिरायेंगे। २. दवाओं का वह चूर्ण जो स्त्रियाँ अपने गुप्त अंग के बाल साफ करने के लिए लगाती है। (मुसल० स्त्रियाँ)। वि० १.चमकता हुआ। प्रकाशमान। २. तेजस्वी।				 | 
			
			
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					नूरानी					 :
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					वि० [अ०] १. जिसमें नूर या प्रकाश हो। २. चमक दमक वाला।				 | 
			
			
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					नूरी					 :
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					वि० [अ०] नूर संबंधी। पुं० [फा०] लाल रंग की एक तरह की चिड़िया।				 | 
			
			
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