शब्द का अर्थ
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					दोय					 :
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					वि०, पुं०=दो।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) वि०=दोनों।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					दोयण					 :
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					पुं० [फा० दुश्मन ?] शत्रु। उदा०—दाटक अनड़ दंड नह दीधो, दोयण घड़ सिर दाव दियो।—दुरसाजी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					दोयम					 :
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					वि० [फा०] १. जो क्रम या गिनती में दूसरे स्थान पर पड़े। दूसरा। २. जो महत्व, मान आदि के विचार से अद्वितीय श्रेणी का हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					दोयरी					 :
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					स्त्री० [देश०] एक प्रकार का जंगली पेड़ जिसकी लकड़ी का कोयला बनाया जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					दोयल					 :
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					पुं० [देश०] बया पक्षी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |