शब्द का अर्थ
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देवक :
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पुं० [सं०] १. देवता। २. एक यदुवंशी राजा जो उग्रसेन के छोटे भाई, देवकी के पिता और श्रीकृष्ण के नाना थे। ३. युधिष्ठिर के एक पुत्र का नाम। |
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देवकाँडर :
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पुं० [सं० देव-कांड] जल-पीपल नामक क्षुप। |
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देवकिरि :
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स्त्री० [सं० देव√कृ (बिखेरना)+क—ङीष्] एक रागिनी जो मेघ राग की भार्या मानी जाती है। |
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देवकी :
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स्त्री०[सं० देवक+ङीष्] वसुदेव की स्त्री और श्रीकृष्ण की माता। |
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देवकी-नंदन :
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पुं० [ष० त०] श्रीकृष्ण। |
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देवकी-पुत्र :
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पुं० [ष० त०] श्रीकृष्ण। |
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देवकी-मातृ :
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पुं० [ब० स०] श्रीकृष्ण (जिनकी माता देवकी हैं)। |
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देवकीय :
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वि० [सं० देव+छ—ईय, कुक्] देवता-संबंधी। देवता का। |
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देवकुरु :
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पुं० [सं०] जैन पुराणों के अनुसार जम्बूद्वीप के छः खंडों में से एक जो सुमेरु और निषध के बीच में स्थित माना गया है। |
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देवक्रिय :
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पुं० [सं०] संगीत में कर्नाटकी पद्धति का एक राग। |
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