शब्द का अर्थ
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दुहाई :
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स्त्री० [सं० द्विधाकृतम् (दो टुकड़े कर डाला अर्थात् बचाओ मुझे मारडाला) का प्रा० रूप अथवा सं० द्वि=दो+आह्वाय=पुकार] १. ऐसी सूचना जो उच्च स्वर से पुकारते हुए सब लोगों को दी जाय। मुनादी। मुहा०—(किसी की) दुहाई फिरना=(क) राजा के सिंहासन पर बैठने पर उसके राज्याधिकार की घोषणा होना (ख) किसी के प्रताप, यश आदि की चारों ओर खूब चर्चा होना। २. भारी कष्ट या विपत्ति आने पर दूसरों से सहायता पाने के लिए की जानेवाली पुकार। अपने बचाव या रक्षा के लिए दीनतापूर्वक चिल्लाकर की जानेवाली याचना। क्रि० प्र०—देना। ३. शपथ। सौगंध। स्त्री० [हिं० दूहना] दूहने की क्रिया, भाव और पारिश्रमिक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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