शब्द का अर्थ
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दु-वरकी :
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स्त्री० [हिं० दो+वरक=पन्ना या वृष्ठ] स्त्री की भग। योनि। (बाजारू और अश्लील व्यंग्य)। मुहा०—दु वरकी का सबक पढ़ाना=(क) स्त्रियों का आपस में भग-संघर्ष के द्वारा मैथुन करना। चपटी लड़ना। (मुसलमान स्त्रियाँ) (ख) मैथुन या संभोग करना। (बाजारू) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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