शब्द का अर्थ
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					तनि					 :
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					अव्य० [सं० तनु] ओर। तरफ। पुं० [सं० तनु] शरीर। देह। उदाहरण–-वधिया तनि सरवरि वेस वधंती।–प्रिथीराज। क्रि० वि=तनिक।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					तनिक					 :
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					वि० [सं० तनु=अल्प] १. जो अल्प मात्रा या मान में हो। जरा सा। थोडा। २. छोटा सा। अव्य० कुछ। जरा। टुक। जैसे–तनिक देर हो गई।				 | 
			
			
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					तनिका					 :
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					स्त्री० [सं०√तन्(विस्तार)+इन्+कन्-टाप्, इत्व] किसी वस्त्र, पात्र आदि में लगी हुई वह डोरी जिससे कोई चीज कसकर बाँधी जाती है। तनी। बंद।				 | 
			
			
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					तनिमा(मन्)					 :
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					स्त्री० [सं० तनु+इमानिच्] १. शारीरिक कृशता। दुबलापन। २. सुकुमारता। नजाकत। पुं० जिगर। यकृत।				 | 
			
			
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					तनिया					 :
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					स्त्री० [सं० तनी] १. कोपीन। लँगोटी। २. काछा। जाँघिया। ३. चोली। ४. दे० तनी।				 | 
			
			
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					तनिष्ठ					 :
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					वि० [सं० तनु+इष्ठन्] जो सारीरिक दृष्टि से दुबला हो। कृश।				 | 
			
			
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					तनिस					 :
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					पुं० [सं० तृष या हिं० तिनका] पुआल। उदाहरण–-तनिस बिछा के जब हम सोथन गाती बाँध चार हाथ ओ।–लोकगीत।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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