शब्द का अर्थ
|
तड़पन :
|
स्त्री०=तड़प। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तड़पना :
|
अ० [सं० तप] १. असह्य शारीरिक पीड़ा होने पर छटपटाना। जैसे–दरद के मारे तड़पना। २. कोई काम करने के लिए आवश्यकता के अधिक अधीर या बेचैन होना। जैसे–किसी से मिलने या कुछ कहने के लिए तड़पना। ३. आवेश के कारण सहसा जोरों से बोलने लगना। ४. जोर से उछलना। जैसे–शेर का तड़पना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|