शब्द का अर्थ
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					ढरक					 :
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					स्त्री० [हिं० ढरकना] १. ढरकने की क्रिया या भाव। २. दयालुता। ३. अनुरक्ति। ४. प्रवृत्ति।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ढरकना					 :
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					अ० [हिं० ढार] १. ढलकना। २. लेटना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ढरका					 :
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					पुं०=ढलका।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ढरकाना					 :
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					स=ढलकाना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ढरकी					 :
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					स्त्री० [हिं० ढरकना] करघे में छोटे खाने की तरह का वह अंग जिसमें बाने का सूत रहता है और जिसके दाहिने बाएँ आते-जाते रहने से ताने में बाने का सूत भरता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ढरकीरा					 :
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					वि० [हिं० ढरकना] ढलने या ढलकने वाला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |