शब्द का अर्थ
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					टटोल					 :
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					स्त्री० [हिं० टटोलना] टटोलने की क्रिया, ढंग या भाव।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					टटोलना					 :
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					स० [सं० तुला से अनु०] १. अन्धकार में अथवा स्पष्ट दिखाई न देने पर किसी चीज के आकार-प्रकार रूप-रंग आदि का पता लगाने के लिए उसके अंगों आदि पर उँगलियाँ या हाथ फेरना। २. किसी आवरण में रखी हुई वस्तु का अनुमान करने के लिए उसे बाहर से छूना, दबाना या हिलाना। जैसे–किसी का जेब टटोलना। ३. ठीक पता न चलने पर अन्दाज से इधर-उधर ढूँढना या तलाश करना। ४. किसी का आशय या विचार जानने अथवा उसके मन की थाह लेने के लिए उससे जिज्ञासात्मक बात-चीत करना। ५. जाँचने, परखने आदि के लिए किसी प्रकार की ऊपरी या बाहरी क्रिया करना।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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