शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					जया					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०√जि (जीतना)+अच्-टाप्] १. दुर्गा, दुर्गा की सहचरी तथा पार्वती जी का नाम। २. अरणी, जयंती तथा शमी के वृक्षों की संज्ञा। ३. अड़हुल का फूल। ४. हरी दूब। ५. हरीतकी। हड़। ६. भाँग। ७. पताका। ८. सोलह मातृकाओं में से एक। ९. माघ शुक्ला एकादशी। १॰. कृष्ण तथा शुक्ल पक्षों की तृतीया, अष्टमी और त्रयोदशी तिथियाँ। वि० स्त्री० जय दिलानेवाली।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जया-द्वय					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ष० त०] जयंती और हड़।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जयानीक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] १. राजा द्रुपद के एक पुत्र का नाम। २. राजा विराट् के भाई का नाम।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जयावती					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० जया+मतुप्, वत्व-ङीष्] १. कार्तिकेय की एक मातृका का नाम। २. संकर जाति की एक रागिनी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जयावह					 :
				 | 
				
					वि० [सं० जय-आ√वह् (पहुँचाना)+अच्] जय दिलानेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जयाश्व					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] राजा विराट् के एक भाई का नाम।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |