शब्द का अर्थ
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छोर :
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पुं० [हिं० ओर का अनु०] किसी वस्तु के किनारे या सिरे पर का अंश, भाग या विस्तार। अंतिम सिरा। पुं०=छोरा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
छोरटा :
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पुं० [स्त्री० छोरटी]=छोर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
छोरना :
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स० [सं० छोरण] १. गाँठ आदि खोलना। २. पहने हुए वस्त्र उतारना। उदाहरण–कोउ ऐंठति तन तोरि छोरि अंगिया कोउ पैठति।–रत्नाकर। ३. किसी की चीज बलात् लेना। छीनना। स०=छोड़ना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |