शब्द का अर्थ
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छमक :
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स्त्री० [हिं० छमकना] छमकने की क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
छमकना :
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अ० [हिं० छम (अनु०)] १. घुँघरुओं आदि के बजने का शब्द होना। २. आभूषणों की झंकार होना। ३. स्त्रियों का गहने पहन कर अथवा यों ही इठलाते या चमकते-मटकते हुए इधर-उधर आना जाना। स०=छौंकना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) अ०=छौंकना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |