शब्द का अर्थ
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					चोज					 :
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					पुं० [सं० चोंद्य ?] १. किसी चुटीली उक्ति या बात में का वह चमत्कारपूर्ण अंश या तत्त्व जिससे लोग प्रसन्न और मुग्ध हो जाएँ। अनूठी, सुन्दर और हास्य की बात। २. ऐसी बात जिससे उक्त प्रकार का चमत्कारपूर्ण अंश या तत्त्व दिखाई देता हो। पद-चोच का अनोखा, दुष्प्राप्य और बढ़िया। उदाहरण–चोज के चंदन खोज खुले जहँ ओछे उरोज रहे उर में घिसि।–देव।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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