शब्द का अर्थ
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					चोंआ					 :
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					पुं० [हिं० चुआना=टपकना] १. चुआकर गिराई, निकाली या रखी हुई चीज। २. वह छोटा और हलका दाँव जो जुआरी लोग किसी दूसरे जुआरी के दाँव पर उसके साथ मिलकर हार-जीत के लिए लगाते हैं। ३. वह कंकड़, पत्थर जो तराजू के पल्ले या बटखरे की कमी पूरी करने के लिए पल्ले पर रखा जाता है। ४. अनेक प्रकार के सुंगधित पदार्थों को पकाकर निकाला हुआ रस जिसकी गिनती गन्ध द्रव्यों में होती है। ५. दें० ‘चोटा’।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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