शब्द का अर्थ
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					चित्र-लेखा					 :
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					स्त्री० [ब० स०] १. एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में १ भगण, १ मगण, १ नगण और ३ यगण होते हैं २. बाणासुर की कन्या ऊषा की एक सखी जो चित्र बनाने में बहुत निपुण थी। ३. एक अप्सरा का नाम। ४. [ष० त०] चित्र बनाने की कलम या कूँची।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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