शब्द का अर्थ
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					चाणक					 :
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					पुं० [सं० चाणक्य] १. चालाकी। होशियारी। २. धूर्त्तता। चालबाजी। उदाहरण–साच का सबद सोना की रेख निगुरां कौं चाणक सगुरां कौं उपदेश।–गोरखनाथ।				 | 
			
			
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					चाणक्य					 :
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					पुं० [सं० चणक+ष्यञ्] १. वह जो चणक ऋषि के वंश या गोत्र का हो। २. अर्थशास्त्र के प्रसिद्ध आचार्य और चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधान मंत्री विष्णुगुप्त (कौटिल्य) का एक नाम।				 | 
			
			
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