शब्द का अर्थ
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					चाकी					 :
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					स्त्री० [सं० चक्र] बिजली। वज्र। क्रि.प्र०–गिरना।–पड़ना। स्त्री० [हिं० चक्की या फा० चाक ?] पटे या बनेठी का एक प्रकार का आघात या वार जो सिर पर किया जाता है। स्त्री०=चक्की।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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