शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					चंद्र-कला					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ष० त०] १. चंद्रमा की १६ कलाएँ या भाग जिनके नाम ये हैं-पूषा, यशा, सुमनसा, रति, प्राप्ति, धृति, ऋद्धि, सौम्या, मरीचि, अंशुमालिनी, अंगिरा,शशिनी, छाया, संपूर्णमंडला, तुष्टि और अमृता। २. उक्त कलाओं में से कोई एक या प्रत्येक। ३. चंद्रमा की किरण। ४. माथे पर पहनने का एक गहना। ५. एक प्रकार का छोटा ढोल। ६. एक प्रकार की मछली। वचा। ७. एक प्रकार का सवैया छंद जिसके प्रत्येक चरण में आठ सगण और एक गुरु होता है। इसका दूसरा नाम सुन्दरी भी है। ८. संगीत में एक प्रकार का सात-ताला ताल जिसमें तीन गुरु और तीन प्लुत के बाद एक लघु होता है। ९. मोर की पूँछ पर की चंद्रिका। १॰. एक प्रकार की बंगला मिठाई।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |