शब्द का अर्थ
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कैशिक :
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वि० [सं० केश+ठञ्-इक] १. जो केशों अर्थात् बालों या रोओं से युक्त हो। (कैपिलरी) २. जो बालों या रोओं जैसा हो अथवा उनकी तरह नरम हो। पुं० १. केश-समूह। २. श्रृंगार। ३. नृत्य का एक भेद जिसमें हाव-भावों से किसी की नकल उतारी जाती है। |
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समानार्थी शब्द-
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कैशिक-निषाद :
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पुं० [कर्म० स०] संगीत में निषाद स्वर का एक विकृत रूप, जो तीव्र निषाद से आरंभ होता है और जिसमें तीन श्रेणियाँ होती है। |
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कैशिक-पंचम :
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पुं० [कर्म० स०] संगीत में पंचम स्वर का एक विकृति रूप जो संदीपनी नामक श्रुति से आरंभ होता है और जिसमें चार श्रुतियाँ लगती हैं। |
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कैशिकी :
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स्त्री० [सं० कैशिक+ङीष्] नाटक की मुख्य चार वृतियों में से एक वृत्ति,जिसमें नृत्य-गीत,भोग-विलास आदि के वर्णन होते हैं। |
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